Monday, 11 February 2013


माँ-बाप से भी ऊँचा मान होता है|

भारत में शिक्षकों का सम्मान होता है|

प्यार से डाँट से या कभी इनकार से,

शिष्यों के लिए शिक्षक वरदान होता है|

मिट्टी को हीरा सा कोहिनूर बनाना,

नींव के ईंटों में योगदान होता है|

ज्ञान का भण्डार इनके चरणों में यारों,

रोम-रोम इनसे प्रकाश-मान होता है|

जीवन अंश ‘मानस’ चरणों में है अर्पण,

आँख खोल देता, कृपानिधान होता है|

भारत में शिक्षकों का……






मातायें देती नव जीवन,
पिता सुरक्षा करते हैं.
लेकिन सच्ची मानवता,
शिक्षक जीवन में भरते हैं.

सत्य न्याय के पथ पर चलना,
शिक्षक हमें बताते हैं.
जीवन संघर्षों से लड़ना,
शिक्षक हमें सिखाते हैं.

ज्ञान दीप की ज्योति जला कर,
मन आलोकित करते हैं.
विद्या का धन देकर शिक्षक,
जीवन सुख से भरते हैं.

शिक्षक ईश्वर से बढ़ कर हैं,
यह कबीर बतलाते हैं.
क्योंकि शिक्षक ही भक्तों को,
ईश्वर तक पहुंचाते हैं.

जीवन में कुछ पाना है तो,
शिक्षक का सम्मान करो.
शीश झूका कर श्रद्धा से तुम,
बच्चों उन्हें प्रणाम करो.








Vidya dete daan guruji,
har lete agyaan guruji.

akshar akshar humein sikhate,
paragraph change karna hume batate,
shabd shabd ka arth bataate,
kabhi pyar se kabhi daant se,
hum ko dete gyaan guruji.

kabhi kisi ki tarif na karna
kabhi kisi ko galat na bolna
vidhya ke sath hume
bahar ka bhi gyan sikhate


har galti ko thik karaate,
pakad hamaare kaan guruji.

har ek point ko bada karke
uski puri detail samjhate guruji

dharati ka bhugol bataate,
itihaason ki katha sunaate,
kya, kab, kaise ho jaata hai?
samjhaate vigyaan guruji.

khel khilaate geet gawaate,
kabhi padhate, kabhi khilaate.
achhe aur bure ki humko,
karwaate pehchaan guruji.









No comments:

Post a Comment